एलो वेरा के उपयोग से गठिया का इलाज: ताज़े एलोवेरा के पत्ते का गूदा लें और सरसों के तेल में मिलाकर दर्द वाले स्थान पर मालिश करें। इसके अलावा पत्ता लें और इसे गर्म करें और गूदा निकालें और इसे रुई पर लगाएं और दर्द वाले स्थान पर लगाएं। रस या गूदे के रूप में आंतरिक रूप से लेने पर यह गठिया में भी फायदेमंद है। डायबिटीज के मरीज भी इसे बिना किसी साइड इफेक्ट के ले सकते हैं।
एलो वेरा का उपयोग कर त्वचा की देखभाल: यह त्वचा पर मुंहासों और सूखेपन को दूर करने के लिए लगाया जा सकता है। जब त्वचा जल जाती है तो लुगदी लगाने से राहत मिलती है और जले हुए निशान से बचा जाता है। कभी-कभी जब जलने की वजह से त्वचा सख्त हो जाती है और खुजली होती है और दर्द होता है तो एलो वेरा का गूदा लें और इसमें शहद मिलाएं और प्रभावित हिस्से पर 2 मिनट के लिए छोड़ दें। इसे रोजाना करें और कुछ दिनों में त्वचा मुलायम हो जाएगी और जले हुए निशान भी हल्के हो जाएंगे।
सिर का दर्द: माथे पर एलो वेरा का गूदा लगाएँ।
भूख बढ़ाने के लिए: एलोवेरा जूस पीने से भूख न लगने की परेशानी से छुटकारा मिल जाता है।
बालों की समस्या: रोजाना 50 ग्राम एलोवेरा का सेवन करने से बालों का बार बार झड़ना बंद हो जाता है। बालों के झड़ने के लिए, बालों का पतला होना या बालों का टूटना रोकने के लिए एलो वेरा की लुगदी को भृंगराज, दही, मुल्तानी मिट्टी के साथ मिलाकर बालों पर लगाएं और धो लें। इससे हमारी बालों की यह समस्याएं भी खत्म हो जायेंगी ।
जिगर या Liver के लिए : 1 किलो एलो वेरा का गूदा लें, इसमें 10 ग्राम काली मिर्च, 50 ग्राम सेंधा नमक और 60 ग्राम नींबू का रस मिलकर सभी को जार में डालें और 10-15 दिनों के लिए धूप में रखें। यह यकृत टॉनिक के रूप में कार्य करता है और सुबह 15-20 मिलीलीटर लिया जा सकता है। यह गठिया और पाचन तंत्र में भी अच्छा है।
कान दर्द के लिए : एलो वेरा का गूदा लें और इसे कान में डालें।
खून की कमी / एनीमिया: एलोवेरा जूस को जौ के जूस के साथ सेवन करें इससे शरीर में होने वाली खून की कमी दूर हो जाएगी।