बेखौफ, बेदर्द, बेमुराबत हूं मै.. हैरत में हो…. बेखौफ, बेदर्द, बेमुराबत हूं मै.. हैरत में हो…. मोहब्बत की थी इसीलिए सैतान हूं मै…. हमदर्द, दर्द की दवा हुआ करते थे दोस्तो…. हमदर्द, दर्द की दवा हुआ करते थे दोस्तो…. खुद के दर्द से रूबरू हो गया…. बे अदब हूं मैं… पत्थर से मोहब्बत कर बैठे यही कसूर है मेरा … आज संदिल हूं मैं…।।।