आम सर्दी और फ्लू (sardi-Jukham) के लक्षण पहली बार में समान लग सकतें है। ये दोनों श्वसन तंत्र से संबंधी बीमारियाँ हैं और समान लक्षण पैदा कर सकते हैं। लेकिन विभिन्न वायरस इन दो स्थितियों का कारण बनते हैं। आपकी बीमारी के लक्षण आपको उनके बीच का अंतर बताने में मदद करते हैं।
सर्दी और फ्लू दोनों ही के कुछ सामान्य लक्षण होतें हैं। जो बीमारी वाले लोग अक्सर अनुभव करते हैं:
बहती या भरी हुई नाक
छींक आना
शरीर मैं दर्द (बदन दर्द)
सामान्य थकान
परन्तु नियम कहते है की फ्लू के लक्षण ठंड के लक्षणों से अधिक गंभीर हैं।
दोनों के बीच एक और अंतर है कि वे कितने गंभीर हैं। सर्दी शायद ही कभी अन्य स्वास्थ्य स्थितियों या समस्याओं का कारण बनती है। लेकिन फ्लू से साइनस और कान में संक्रमण, निमोनिया और सेप्सिस (अंदरूनी या बहरी जख्मों का सड़ना) हो सकता है।
यह निर्धारित करने के लिए कि आपके लक्षण सर्दी के हैं या फ्लू के, इसके लिए हमें अपने डॉक्टर से परामर्श की अति आवश्यकता होती है। क्यूंकि एक कुशल चिकत्सक ही सर्दी और फ्लू के लक्षणों को बताने में या निर्धारण करने में मदद कर सकता है।
यदि हमारा डॉक्टर सर्दी होने की पुष्टि करते है तो हमें तब तक ही अपने सर्दी के लक्षणों के इलाज करने की आवश्यकता होगी जब तक कि सर्दी का वायरस हमारे शरीर से न चला जाये। इन उपचारों में ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) ठंड की दवाओं का उपयोग करना, शरीर में पानी की मात्रा बनाये रखना और बहुत सारा आराम करना शामिल हो सकता है।
फ्लू वायरस की दवा को अगर वायरस के शुरुवाती दौर में उपयोग किया जाये तो हमारी यह दवा बीमारी की गंभीरता को कम करने और हमें अधिक बीमार होने से बचने में मदद कर सकती है। फ्लू से पीड़ित लोगों के लिए आराम और शरीर में पानी की मात्रा बनाये रखना भी फायदेमंद है। आम सर्दी की तरह, फ्लू को हमारे शरीर में पनपने के लिए समय की आवश्यकता होती है।
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