भारत के हर नागरिक को “Income Tax Return – आयकर रिटर्न ” भरना बहुत जरूरी होता है ऐसा हमारे देश के साथ साथ विश्व के सभी देशों का भी कानून है| परन्तु हमारे देश में लगभग 70% लोग Income Tax नहीं भरते है | क्योंकि हम में से बहुत सारे लोगों को Income Tax भरने, की और इसे भरने से होने वाले लाभों की जानकारी नहीं होती।
इसलिए हम आपको आज “ITR Kaise Bharen or ITR kya hai” से सम्बंधित वो सारी जानकारी देंगे जिससे की आपको Income Tax Return भरने में सहायता मिलेगी।
तो शुरू करते है और जानते है “Income Tax Return” कैसे भरना है और भरने से होने वाले फायदे क्या क्या है :
Page Contents
आयकर रिटर्न or ITR ki Jankari Hindi me
शुरू करने से पहले जान लेते है ITR होता क्या है और इसकी Full Form क्या (ITR ki Jankari Hindi Me)
ITR Ki full form “Income Tax Return”
Hindi me (आयकर रिटर्न)
ITR एक निर्धारित प्रारूप (Prescirbed Format) होता है जिसमे हम जो इस देश के कर दाता (Tax Payer) है की आय और उसके द्वारा दिया गया कर, वापिस लिया गया रिफंड का विवरण होता | जिसे की हम जैसे कर दाता जो इस देश के नागरिक है भरते हैं |
आयकर Return, पिछले वित्तीय वर्ष में कमाई गयी आय की पूरी जानकारी होती है। वित्तीय वर्ष के दौरान जो कमाई गयी चाहे वो कर योग्य हो का करमुक्त दोनों तरह की जानकारी को Income Tax Return में दिखाया जाता है।
कर मुक्त आय (2.5 लाख से कम 2020 के बजट के अनुसार) पर हमें कोई कर नही देना होता इसे सिर्फ विवरण के उद्देश्य से ITR में दिखाया जाता है।
आयकर रिटर्न भरना सभी के लिए जरूरी नही है, परन्तु उन लोगों के लिए जरूरी है जिनकी आय साधारण छूट (2.5 लाख से कम 2020 के बजट के अनुसार) से अधिक होती है। इसके बारे में आयकर के अनुच्छेद 1961- 2019(2)तक में भी बताया गया है।
नोट :- आयकर रेटर्न हम सभी को भी भरना चाहिए, चाहे हमारी आय, आय करदाताओं की श्रेणी में न भी आती हो, क्यूंकि आयकर रिटर्न के बिना हमें किसी भी तरह का लोन नहीं मिलेगा (जैसे कार लोन, हाउस लोन, टीवी, फ्रिज और न ही कोई पर्सनल लोन) | तो चाहे हमारी आय कुछ भी हो हमें 0 (शून्य) ITR जरूर भरनी चाहिए | इसपर कोई भी कर हमें नहीं देना होता परन्तु बैंक की नजरों में हमारी वैल्यू बनी रहती है | जो हमें भविष्य में लोन लेने में सहायता करता है |
इसलिए अगर आप आय कर के दायरे में है तो आपको निश्चित तारीख तक जो हमारे आयकर विभाग ने तय की है Income Tax Return File करना बहुत जरूरी है। क्यूंकि अगर हमने निश्चित तारीख तक Income Tax File नही करते तो हमें इस पर अतिरक्त ब्याज और जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
अब तक हम लोगों ने आयकर रिटर्न (Income Tax return) के बारे में जानकारी हासिल कर ली है अब हम पढ़ेंगे आयकर रिटर्न भरने के फायदे क्या क्या होतें है, वो हम विस्तार से पढ़ेंगे |
आयकर रिटर्न भरने के लाभ (Income Tax Return के फायदे हिंदी में)
परेशानी मुक्त आज्ञापत्र (वीजा) आवेदन प्रक्रिया के लिए: कई बार वीजा अधिकारी पिछले 3 -5 साल की आयकर रिटर्न की प्रतियां मांगते हैं, इसलिए वीजा के लिए आवेदन करने के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करना आवश्यक होगा। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा आदि दूतावास आपके विदेशी वीजा आवेदन को संसाधित करते समय आपके कर-अनुपालन (की आप आयकर देते है या नहीं) के सम्बन्ध में विशेष रूप से गौर करते हैं |
ज्यादा कवर (बीमा रक्षण) के साथ एक बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए: यदि बीमा कंपनियों को यह लगे की आप आयकर नहीं देते या ITR नहीं भरते तो, वे आपको अधिक कवर वाली बीमा पालिसी नहीं देंगे।
बैंक लोन आसानी से मिलना : अगर हम कार लोन, होम लोन, बाइक लोन, मुद्रा लोन लेना चाहते है तो इसके लिएसम्बंधित बैंक द्वारा पिछले 3 से 5 सालों की ITR रसीद मांगते हैं | जिससे की बैंक को आपको लोन देने में आसानी होती है।
व्यवसाय शुरू करने में (Business Shuru karne me) : यदि हम अपना कोई व्यवसाय शुरू करना चाहते है तो ITR बहुत जरुरी होता है उदाहरण के लिए अगर आप किसी सरकारी विभाग से कोई ठेका हासिल करना चाहते है तो इसके लिए आपको पिछले पाँच सालों का ITR दिखाना होता है।
ज्यादा टैक्स कटने पर पैसा वापिस मिलना : अगर हम में से किसी ने गलती से जरुरत से ज्यादा टैक्स चूका दिया है तो आईटीआर फाइल करने से टैक्स रिफंड पाया भी जा सकता है।
क्रेडिट कार्ड प्रोसेसिंग: यदि आपने अपना आईटीआर दाखिल किया है तो बैंक आपके क्रेडिट कार्ड आवेदन को अस्वीकार कर सकते हैं।
इस तरह हमें Income Tax Return भरने के फायदों को पढ़ा ।
अब हम आयकर रिटर्न दाखिल करने के नियमों को पढ़ेंगे ।
आयकर रिटर्न भरने के नियम (Income Tax Return Rules In Hindi)
हम में से जो ITR भरना शुरू कर रहे है उन्हें आयकर रिटर्न दाखिल करने के नियमों के बारे में जानना जरुरी है।
अभी तक हमने जाना आयकर रिटर्न क्या होता है अब हम जानेंगे Income Tax Return के नियम ।
आयकर फार्म भरने के लिए इन नियमों को अनुसरण करना होता है:
अगर आप कहीं नौकरी करने वाले है और आपकी आय, टैक्स भरने जितनी है तो आपको 50,000 रुपये का मानक कटौती (Standard Deduction) भी मिलेगा। मानक कटौती में आपकी पूरे साल की Income में से पहले 50,000 रुपये को बाहर कर दिया जाएगा और शेष आय पर TDS Calculate किया जाएगा।
वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान आय पर अब कर के साथ ही आपको 4% शिक्षा और स्वास्थ्य उपकर (Education And Health Cess) भी देना होगा।
ITR 1 : यह Form उन लोगों के द्वारा भरा जाता है जिन्हें उनकी तनख्वाह, पेंशन या ब्याज से आय होती है तथा उस व्यक्ति के पास अपना एक मकान हो और उसने हाउस ऋण (House loan ) भी लिया हो उन्हें भी यह ITR 1 फॉर्म भरना होता है।
ITR 2 : यदि आपकी आय, तनख्वाह, पेंशन या ब्याज के अलावा एक से अधिक घर से आने वाले किराये से होती है तो आपको ITR 2 फॉर्म भरना है। पूंजी लाभ (Capital Gain), लाभांश (Dividend) और दूसरे साधन जैसे- लाटरी (Lottery) से होने वाली आय के लिए भी ITR 2 फॉर्म भरना होता है।
ITR 3 : फार्म उन लोगों के लिए है जो किसी कम्पनी (Company/Firm) या व्यापार (Business) में हिस्सेदार (Partner) है और उसकी आय का स्रोत कम्पनी को होने वाले फायदे, वेतन, पेंशन और दूसरे साधनों से होने वाली आय से है।
ITR 4 : फार्म सभीवयवसायी व्यक्तियों जैसे- वकील, अधिकार पत्र प्राप्त मुनीम (Chartered accountant – CA), डॉक्टर आदि के लिए होता है वह व्यक्ति जो किसी व्यापार में भागीदारी के साथ-साथ पेशेवर आय भी प्राप्त करता हो उन्हें यह ITR 4 फॉर्म भरना होता है।
ITR 4s : फार्म उन लोगों के लिए है जिनके पास एक से ज्यादा घर की संपत्ति हो, खेती से 5000 से ज्यादा आय हो, दलाली (Commission) और विदेशी स्रोतों से होने वाली आय के लिए भी ITR 4s फार्म भरना होता है।
आयकर रिटर्न की सीमा क्या होती है।
व्यक्तिगत के लिए नया आयकर स्लैब (नया नियम) New Income Tax Slab for Individual (New Regime)
Income Tax Slab
Tax Rate
Up to Rs.2.5 lakh
Nil
From Rs.2,50,001 to Rs.5,00,000
5% of the total income that is more than Rs.2.5 lakh + 4% cess
From Rs.5,00,001 to Rs.7,50,000
10% of the total income that is more than Rs.5 lakh + 4% cess
From Rs.7,50,001 to Rs.10,00,000
15% of the total income that is more than Rs.7.5 lakh + 4% cess
From Rs.10,00,001 to Rs.12,50,000
20% of the total income that is more than Rs.10 lakh + 4% cess
From Rs.12,50,001 to Rs.15,00,000
25% of the total income that is more than Rs.12.5 lakh + 4% cess
Income above Rs.15,00,001
30% of the total income that is more than Rs.15 lakh + 4% cess
आयकर की गणना कैसे की जाती है
नोट: नई आयकर दरें वैकल्पिक हैं
नीचे दिया गया उदाहरण है कि नए शासन के तहत आयकर की गणना कैसे की जाती है (वैकल्पिक):
Components
A
B
C
Annual Salary (Rs.)
2.5 lakh
5 lakh
7.5 lakh
Computation of tax on the gross total income
Up to Rs.2.5 lakh
Nil
Nil
Nil
From Rs.2,50,001 to Rs. 5 lakh
Nil
12,500
12,500
From Rs.5,00,001 to Rs.7.5 lakh
Nil
–
25,000
From Rs.7,50,001 to Rs.10 lakh
Nil
–
–
From Rs.10,00,001 to Rs.12.5 lakh
Nil
–
–
From Rs.12,50,001 to Rs.15 lakh
Nil
–
–
Above Rs.15 lakh
Nil
–
–
Total Tax Amount
Nil
12,500
37,500
Additional Cess (4%)
Nil
500
1,500
Total payable tax amount
Nil
13,000
39,000
इस तरह से हमने जाने ITR 1 se ITR 4s भरने के नियम की कौन वयक्ति कौन सा फार्म भरेगा और व्यक्तिगत के लिए नया आयकर स्लैब क्या है
और अब हम पढ़ेंगे आयकर रिटर्न कैसे भरें (ITR Kaise Bhare)
आयकर रिटर्न कैसे भरें
(ITR Kaise Bharen)
आयकर रिटर्न भरने का तरीका काफी आसान है जिसके लिए आपको बस कुछ साधारण से निम्नलिखित चरणों का पालन करना है चलिए जानते है आयकर रिटर्न कैसे भरें ऑनलाइन (Income Tax Return Kaise Bhare Online) और 500 से 1500 तक के आयकर रिटर्न भरने की फीस बचाएं |
अगर आप भी ऑनलाइन आयकर रिटर्न की फाइल कैसे बनाये (Online Income Tax Return File Kaise Banaye) के बारे में जानना चाहते है तो आप हमारे द्वारा बताई आसान चरणों को पालन कर बना सकते है।
आयकर विभाग की इस वेबसाइट पर क्लिक करके इसे खोलें
अपना खाता बनाये (Create your Account) : जैसे ही आप वेबसाइट खोलेंगे आपकी कंप्यूटर या लैपटॉप की ऊपर दाएं हाथ की तरफ (Top Right Hand Side) वहां पर आपको यह विकल्प (Option) दिखेंगे जैसे इस फोटो में है
अगर आप पहली बार ITR भर रहे हो तो Register Yourself पर क्लिक करें, अगर आपकी ITR पहले भी भरी है तो Login Here पर क्लिक करें. और अगर आप पासवर्ड भूल जाएँ तो Reset पर क्लिक करें |
लॉगिन : खाता बनाने के बाद लॉगिन पर क्लिक करे और वहां पर अपनी उपयोगकर्ता संख्या (User Id), पासवर्ड (Password) और जन्म तिथि (Date Of Birth) भरें, उसके बाद नीचे कैप्चा कोड (Captcha Code) दे और लॉगिन बटन पर क्लिक करें।
डैशबोर्ड : लॉगिन करने के बाद अगली जो स्क्रीन खुलेगी वो होगा हमारा डैशबोर्ड यह हमारा होम पेज होगा जो कुछ ऐसा दिखेगा। यहाँ पर हमारे खाते का सारा ब्यौरा होगा, जैसे की नई ITR E-Filling, प्रोफाइल अपडेशन इत्यादि।
आइये अब देखतें हैं आयकर रिटर्न कैसे भरते है
निष्कर्ष
इस प्रकार आज हमने ITR भरने की प्रक्रिया को विस्तार में जाना है।
जिसमे हमें ये पढ़ा और समझा की
ITR क्या है।
Income Tax Return भरने के फ़ायदे क्या है।
ITR के नियम क्या है।
आयकर रिटर्न की सीमा क्या होती है।
इनकम टैक्स रिटर्न कैसे भरते है।
मुझे उम्मीद है की आप लोगों को ये जानकारी पसंद आये होगी इसमें हमने फिर भी अगर आपको कोई संदेह हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताए साथ ही आपका अगर कोई सुझाव हो तो उन्हें भी Share करे।
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